खुलासा,
देखिये राजधानी प्रशासन के काले पतित चेहरे
नितिन वाथम के दावे मे कुछ तो झोल है सर जी ?
भोपाल के सूत्रधार ने बताया है कि खटलापुरा नाव हादसे की अभी जाँच पड़ताल शुरू भी नहीं हुई है वहीं जिम्मेदारो पर कोई कार्यवाही भी अभी तैय नहीं हो पाई है उससे पहले ही आज जिला कलेक्टर तरुण पिथौडे एवं निगम आयुक्त विजय दत्ता और पुलिस प्रशासन के डीआईजी इरशाद वली ने खुद को पाक और साफ साबित करने के लिए नाविक नितिन वाथम को पचास हजार रुपये का इनाम और भोपाल नगर निगम में नौकरी देने की झप्पी भी थमा दी है।
जैसा कि आप अभी तक जानते है कि शक्रवार सुबह भोपाल के खटलापुरा घाट मे 11 युवकों की डूब कर जान चली गई।
जिसके बाद एक और खबर आई कि नितिन बाथम नाम के एक नाविक ने अकेले 06 लोगों को डूबने से बचाया है जिसकी सराहना हम भी करना चाहते थे।
मीडिया ने भी नितिन बाथम के इस प्रयास को एक फरिस्ते के रुप मे पेश किया जिसके बाद कलेक्टर और विधायक आरिफ मसूद ने बाथम को सम्मानित करने की घोषणा की वो सब ठीक है लेकिन सवाल इस बात का उठता है कि नितिन बाथम के इस साहसिक कदम के बाद एक भी ऐसा व्यक्ति अथवा परिवार सामने नही आया जिसने इस बात को स्वीकार किया हो कि नितिन बाथम ने ही उन्हे बचाया है ?
नितिन बाथम का कहना है कि उसने 06 लोगों को डूबने से बचाया है लेकिन सवाल है कि क्या अकेला व्यक्ति एक साथ इतने लोगों को डूबने से बचा सकता है ?
क्योंकि ज़िंदगी और मौत के बीच का फासला इतना कम होता है कि एक समय पर एक ही व्यक्ति को बचाया जा सकता है और ऐसे मे जब 06 लोगों को बचाने का दावा नितिन वाथम द्वारा किया जा रहा है वो अपने आप मे खुद सवाल खड़े कर रहा है ?
एक ओर बात है, हज़ारों लोग खटलापुरा घाट पर दुर्घटना के अवसर पर वहाँ मौजूद थे उनमें से किसी एक ने भी नितिन वाथम द्वारा 06 लोगों को बचाते समय की वीडियो नही बनाई है जिससे नितिन वाथम का दावा पुख्ता सबूत समझा जाये सर जी ?